मंगलवार, 20 अप्रैल 2010

धीरज तेरी अजब कहानी

धीरज तेरी अजब कहानी,
विभाग के हर जन ने तरह- तरह से जानी, कोई कहे एनोच्य्क्लोपेडिया, कोई कहे DATAMAN
दो साल बस बहस ही होता रहा की धीरज का उद्गम स्थल कहा है,
मतभेद की सीमा टूटी, किसी ने हड़पा का बताया किसी ने मोंज्दाड़ो,
पर धीरज ने कोशिश की मतभेद हो ख़तम करने की स्वीकार किया है जन्म प्रस्तेर युग का है,
पर भला बिवाग में विवाद कहा कम होने वाला था,
धीरज ने विवाद सुलझाने की कोशिश की,
लडकिय थी परेसान, हैरान कि इतनी मेहनत के बावजूद उनका भार क्यों बाद रहा है,
धीरज ने खोजा उपाय टिफिन उनकी कि अपने बस आज हालत है कि धीरज का भार बढ़ा और लड़किया हुई khus कि वोह रख पाई फिगेर मेन्टेन, आगे का धीरज कथा अगले अंक में
नमस्कार

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