कभी खामोशियों को सुनना,
वो सब कह देंगी,
जो कभी मैं,
तुमसे न कह पाया।
तुम्हारी एक झलक के लिए,
सदियों के इन्तजार की,
चश्मदीद गवाह हैं ये।
तुम्हें रूबरू देखकर,
जब-2 ये दिल धड़का है,
दिल की हर धड़कन को,
तब-2,
इन खामोशियों ने,
बहुत गौर से सुना है।
बहुत मुश्किल है मेरे लिए,
तुमसे कुछ भी कहने को,
शब्दों को चुनना।
इसीलिए,
कभी खामोशियों को सुनना।
वो सब कह देंगी,
जो कभी मैं,
तुमसे न कह पाया।
तुम्हारी एक झलक के लिए,
सदियों के इन्तजार की,
चश्मदीद गवाह हैं ये।
तुम्हें रूबरू देखकर,
जब-2 ये दिल धड़का है,
दिल की हर धड़कन को,
तब-2,
इन खामोशियों ने,
बहुत गौर से सुना है।
बहुत मुश्किल है मेरे लिए,
तुमसे कुछ भी कहने को,
शब्दों को चुनना।
इसीलिए,
कभी खामोशियों को सुनना।
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