बुधवार, 27 अक्तूबर 2010

Jina isi ka naam hai

जब रास्ते खत्म होते नज़र आते हैं
एक नया मोड़ मिल जाता है
अँधेरे की घनी चादरों के बाद
एक नया सवेरा नज़र आता है

दिल के दरवाज़े जब बंद होते हैं
एक अंजनी दस्तक सुनाई देती है
जिंदगी के वीरान होने के बाद
फिर हरयाली दिखाई देती है

जब आंखें रोने को होती हैं
एक हाथ उन्हें थम लेता है
जिंदगी से मायूस होने के बाद
एक दुआ सुनाई देती है

प्यार भरी इस दुनिया में अकेलेपन का क्या काम है
जीओ खुल के हंस के खिलखिला के
क्यूंकी जीना इसी का नाम है

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