बेशक करो सवाल मगर जरा संभलकर।
अभी नशे में है सरकार जरा संभलकर।
गर सुर में न रहे तो पंजे में होगी गर्दन,
ये है दिल्ली का दरबार जरा संभलकर।
-विनीत कुमार सिंह
अभी नशे में है सरकार जरा संभलकर।
गर सुर में न रहे तो पंजे में होगी गर्दन,
ये है दिल्ली का दरबार जरा संभलकर।
-विनीत कुमार सिंह
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